नीमा गांव बलात्कार कांड के खिलाफ बीएसपी का विशाल धरना

प्रतिरोध मार्च निकाला गया जो बाद में धरना में तब्दील हो गया

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मसौढ़ी/पटना, स्वराज खबर।

पिछले दिनों मसौढ़ी अनुमंडल अंतर्गत नीमा गांव में हुए बलात्कार की घिनौनी घटना के खिलाफ बृहस्पतिवार को अनुमंडल कार्यालय के समीप विशाल धरना का आयोजन किया गया। इससे पहले कर्पूरी ठाकुर चौक, मसौढी गोलंबर से अनुमंडल कार्यालय, मसौढी तक प्रतिरोध मार्च भी निकाला गया, जो बाद में धरना में तब्दील हो गया। धरना में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार भी शामिल थे। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की।
धरना को संबोधित करते हुए अनिल कुमार ने राज्य सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, नीतीश सरकार की मनुवादी और सामंतवादी सोच ने बिहार में गरीबों और वंचितों को न्याय से वंचित कर रखा है। प्रशासनिक तंत्र अपराधियों को बचाने में व्यस्त है, जबकि पीड़ित परिवार न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है। सरकार का यह रवैया असहनीय है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में गरीबों और दलितों के खिलाफ अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। नीमा गांव की घटना इसका एक ज्वलंत उदाहरण है। अनिल कुमार ने कहा, इस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। अब समय आ गया है कि बिहार में बीएसपी की सरकार बने, जो हर वर्ग को समानता और न्याय दे सके।अनिल कुमार ने यह भी कहा कि बीएसपी शोषित, वंचित और गरीब तबके के लोगों के साथ खड़ी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि पार्टी इस मामले को लेकर हर स्तर पर संघर्ष करेगी और पीड़िता को न्याय दिलाने तक चैन से नहीं बैठेगी।
कार्यक्रम के अंत में धरने में केंद्रीय प्रभारी सुरेश राव, महासचिव किशोर कुणाल विवेक, व्यास मुनि दास, राजकुमार राम और जनार्दन राम एवं शामिल लोगों ने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता देने और दोषियों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई के लिए प्रशासन पर दबाव बनाने का संकल्प लिया। धरने में राजकुमार राम, चितरंजन कुमार, कृष्णा दास, राजू कुमार, वीरेंद्र बिंद के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण, सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता और बीएसपी के समर्थक उपस्थित थे। सभी ने एक सुर में घटना की कड़ी निंदा की और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की।

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