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बड़ी ख़बर
बदरूप व्यवस्था की बजबजाती बयानबाज़ी
नेताओं में जब से विचारों का अभाव हुआ है, तब से इस व्यवस्था में कुछ न कुछ उल्टे सीधे बयानबाज़ी कर वे आत्मतुष्ट होते हैं।
दरभंगा एम्स शिलान्यास, भूमि पूजन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त
एम्स निर्माण को लेकर शिलान्यास व भूमि पूजन स्थल पर सुरक्षा कर्मी की जमीन से आसमान तक पर नजर।
मणिपुर के लोकटक झील में कमल
लोकटक झील कमल के फूलों से भरी है। इस झील से 45 गाँवों को रोज़गार मिला है। कमल के फूल और उसके तने से आधारित उद्योग खड़े किये गये हैं।
महाराष्ट्र के चुनाव में आरक्षण की आग
महाराष्ट्र चुनाव में आरक्षण फिर केंद्रीय मुद्दा बन गया। आरक्षण के खिलाफ और समर्थन में यह समाज कभी आगे और कभी पीछे आता रहा है।
महाराष्ट्र चुनाव में कौन बड़ा खिलाड़ी- महायुति या महाविकास अघाड़ी
महाराष्ट्र में सारी मर्यादाएं दम तोड़ रही है। कौन बड़ा खिलाड़ी का प्रतियोगिता हो रही है महायुति और महाविकास अघाड़ी में।
नवम्बर क्रांति, जिसने सोवियत संघ के महिलाओं की दशा बदल दी
युगों-युगों से रूस की महिलाएं गुलामी की बेड़ियों में जकड़ी हुई थीं। नवम्बर क्रांति के बाद सोवियत संघ में महिलाओं ने एक नये संसार में प्रवेश किया।
धारा 370 और रणबीर संहिता
1932 में बनी रणबीर संहिता में यह प्रावधान था कि जो गोहत्या करेगा उसे फांसी होगी। मुस्लिम बाहुल्य होने के बावजूद रणबीर संहिता यहाँ सुरक्षित थी।
ट्रम्प की राह पर भाजपा
ट्रम्प 78 साल में दोबारा राष्ट्रपति बने। 2029 में मोदी की उम्र भी 78 की हो जाएगी। जीवन के चौथे पन में मोदीजी चौथी पारी का आगाज करेंगें ऐसी संभावना दिख रही है।
शारदा सिन्हा होने का अर्थ !
शारदा सिन्हा अपने करियर की शुरुआत 1980 में ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन से की, लेकिन उन्हें विशेष ख्याति छठ गीतों से ही मिली।
अमेरिका में ‘गधा’ क्यों पिछड़ गया?
कमला हैरिस (चुनाव-चिन्ह गधा) ने शोषित पीड़ितों की आवाज बनने की भरसक कोशिश की। पर उन शोषित पीड़ितों का वह भरोसा नहीं जीत पायी।