Browsing Category
बड़ी ख़बर
भूमंडलीकरण ने शिक्षा को बना दिया बिकाऊ माल
भूमंडलीकरण की शुरुआत सोवियत संघ एवं समाजवादी खेमो के विघटन के बाद हुई। इसी के साथ अपने देश में भूमंडलीकरण के अनुरूप शिक्षा क्षेत्र के पुनर्गठन की प्रक्रिया प्रारम्भ हुई।
सत्यार्थ यात्रा: एक जिज्ञासा
एक दार्शनिक अपनी अर्धांगिनी के साथ एक यात्रा पूरी करने निकला। उसने छह महीने लंबे सफर की कल्पना की, और उसका नाम “सत्यार्थ यात्रा” रखा गया।
सरकार को धान बेचने से क्यों बच रहे किसान?
धान का सरकारी मूल्य 2300 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित होने के बाबजूद किसान बिचौलिये व्यापारी को 1800 रुपये क्विंटल पर अपना धान बेचने को मजबूर।
सराय काले खां चौक का नाम अब बिरसा मुंडा चौक
राजधानी दिल्ली में दशकों पुराने सराय काले खां चौक का नाम बदल दिया है। अब नया नाम बिरसा मुंडा चौक रखा गया है।
मुफ्तखोरी का इंजेक्शन ख़तरनाक है
हमें मुफ़्त में कुछ भी मिल जाता है, हम ले लेते हैं। हमें आदत जो हो गयी है मुफ्तखोरी की, जो बहुत ख़तरनाक है।
देश के लिये कलंक है मिलावटी व नक़ली खाद्य सामग्री का चलन
नक़ली व मिलावटी खाद्य सामग्री का चलन कम समय व लागत में अधिक धन कमाने जैसी शार्ट कट पूरे देश को संकट में डाल रखा है।
बदरूप व्यवस्था की बजबजाती बयानबाज़ी
नेताओं में जब से विचारों का अभाव हुआ है, तब से इस व्यवस्था में कुछ न कुछ उल्टे सीधे बयानबाज़ी कर वे आत्मतुष्ट होते हैं।
दरभंगा एम्स शिलान्यास, भूमि पूजन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त
एम्स निर्माण को लेकर शिलान्यास व भूमि पूजन स्थल पर सुरक्षा कर्मी की जमीन से आसमान तक पर नजर।
मणिपुर के लोकटक झील में कमल
लोकटक झील कमल के फूलों से भरी है। इस झील से 45 गाँवों को रोज़गार मिला है। कमल के फूल और उसके तने से आधारित उद्योग खड़े किये गये हैं।
महाराष्ट्र के चुनाव में आरक्षण की आग
महाराष्ट्र चुनाव में आरक्षण फिर केंद्रीय मुद्दा बन गया। आरक्षण के खिलाफ और समर्थन में यह समाज कभी आगे और कभी पीछे आता रहा है।