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राष्ट्रीय
रूपये का अवमूल्यन और प्रधानमंत्री की प्रतिष्ठा
रूपए का मूल्य यूँ ही नहीं गिरता इसके कारण होते हैं। रुपये का मूल्य गिरने से प्रधानमंत्री की प्रतिष्ठा दो कौड़ी की हो जाती है।
एलन मस्क, अडानी और सुब्रह्मण्यन के पेंच
दुनिया में अगर कोई अंतर्राष्ट्रीय है तो वह है पूंजीपति। सत्ता उन्हें प्यार से बुलाती है और उसके लिए रेड कार्पेट बिछाती है।
पश्चिम देशों में भारतीयों के प्रति घृणा
पश्चिम देशों में भारतीयों के प्रति घृणा बढ़ी है। कनाडा में भारतीयों को देख कर बस कंडक्टर बस नहीं रोकता।
दुखवा का से कहूं
किसानो का दर्द है कि मजदूरी कर नहीं सकते लिहाजा लीज पर जमीन लेकर अपनी मर्यादा बचाने की असफल कोशिश कर रहे हैं।
चीनी घुसपैठ और प्रधानमंत्री की चुप्पी
बांग्लादेशी घुसपैठ की झूठी सच्ची खबर पर चीखना चिल्लाना जारी है और चीनी घुसपैठ पर प्रधानमंत्री की चुप्पी समझ से पड़े हैं।
अमेरिका का निमंत्रण पत्र और जय श्रीराम
विदेश मंत्री जयशंकर अमेरिका से लौट आये हैं। जब वे अमेरिका में थे तो देश में यह खबर शबाब पर थी कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए निमंत्रण लाने गये हैं।
अपनी मौत की भविष्यवाणी: कितनी सटीक कितनी गलत?
गिनी चुनी हस्तियां भी हैं जिन्होंने चौंकाने वाली भविष्यवाणियां तो की ही हैं साथ ही अपनी मौत की भविष्वाणी कर दुनिया को हैरानी में डाल दिया।
प्रधानमंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह का वो आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने गुरुवार को दिल्ली AIIMS में आखिरी सांस ली।
अफ़ीम चाटिए और मस्त रहिए
यहाँ वन नेशन वन इलेक्शन चलेगा। गद्दी का मामला है। वन नेशन वन एजुकेशन नहीं चलेगा, क्योंकि जनता का मामला है।
भूमंडलीकरण में शिक्षा का मूल उद्देश्य ही गायब हो गया
शिक्षा आज बाजार के हवाले कर दी गई है। जबसे भूमंडलीकरण की नीति लागू हुई है, शिक्षा का मूल उद्देश्य ही गायब हो गया है।