महाकुंभ में मची भगदड़, अपनों को रोते-बिलखते ढूंढ रहे लोग

मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर्व पर भीड़ बढ़ने से मची भगदड़

0 523

महाकुंभ मेला:
प्रयागराज स्थित महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर्व पर भीड़ बढ़ने से भगदड़ मच गई। महाकुंभ में अभी संगम तट पर श्रद्धालुओं की खचाखच भीड़ है। इस भगदड़ में कई लोगों के मरने की खबर आ रही है। महाकुंभ में भगदड़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए पीएम मोदी ने एक घंटे में दो बार सीएम योगी से बातचीत की है। बहरहाल, एहतियात के तौर पर महाकुंभ में आज के अमृत स्नान पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। यह फैसला भगदड़ के बाद अखाड़ा परिषद की ओर से अमृत स्नान स्थगित करने का फैसला लिया गया है। बताया जा रहा है कि संगम नोज के करीब भगदड़ में दर्जनों लोग घायल हुए हैं। घायलों को एम्बुलेंस से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर केंद्रीय चिकित्सालय महाकुंभ लाया गया, जहां घायलों का इलाज चल रहा है।
योगी सरकार के मंत्री ने कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें, सरकार मुस्तैद है, हर व्यवस्था को पालन करने के लिए, सभी लोग चाहते हैं शांति व्यवस्था से आए, जहां जगह मिले वही स्नान करें प्रशाशन की बात को माने, इतनी बड़ी संख्या में लोग आए हैं, हम सब की जिम्मेदारी है कि लोग स्नान कर के घर जाए, विपक्ष ने मन बना लिए है कि हम विरोध करेंगे, तो वो कर रहे हैं, सीएम योगी खुद महाकुंभ मेले का मॉनेटरिंग कर रहे हैं।
दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना बेहद दुखद है। इस हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूँ। ईश्वर उनके परिवारों को यह दुःख सहने की शक्ति दें। सभी श्रद्धालुओं से विनम्र अपील है कि धैर्य बनाए रखें और सावधानी बरतें। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और एक-दूसरे की सुरक्षा का ध्यान रखें।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा- महाकुंभ के दौरान, तीर्थराज संगम के तट पर हुई भगदड़ से कई लोगों की जान गई है और अनेकों लोगों के घायल होने का समाचार बेहद हृदयविदारक है। श्रद्धालुओं के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएँ और घायलों की शीघ्रातिशीघ्र स्वास्थ्य लाभ की हम कामना करते हैं। आधी अधूरी व्यवस्था, वीआईपी मूवमेंट, प्रबंधन से ज़्यादा स्व प्रचार पर ध्यान देना और बदइंतज़ामी इसके लिए ज़िम्मेदार है। हज़ारों करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद ऐसी व्यवस्था होना निंदनीय है। अभी कई महत्वपूर्ण शाही स्नान बचे हैं, तो केंद्र और राज्य सरकारों को अब चेत जाना चाहिए, और व्यवस्था को सुधारना चाहिए ताकि आगे ऐसी अप्रिय घटनाएँ न हों। श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन, प्राथमिक चिकित्सा व मूवमेंट आदि की व्यवस्था में विस्तार करना चाहिए और वीआईपी मूवमेंट पर लगाम लगानी चाहिए। यही हमारे साधु संत भी चाहते हैं। कांग्रेस के हमारे कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि पीड़ितों को हर संभव मदद करें।
प्रधानमंत्री लगातार कुंभ की स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं और राज्य सरकार से लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को स्थिति सामान्य करने और राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.